सोमवार को पूरा देश गणेश चतुर्थी की खुशियां मना रहा था और भारत में चारों और से गणपति बप्पा मोरया के नारे सुनाई पड़ रहे थे, लोग तरह तरह की मिठाइयों एवं मोदक का सेवन कर रहे थे और उत्सव का आनंद ले रहे थे।
इसी बीच महाराष्ट्र के स्कूल से चौकाने वाली खबर सामने आयी जहाँ एक अध्यापक ने जब पूरे जोश के साथ 1,2,3,4 का नारा लगाया तो एक छात्र गणपति की जय जय कार बोलने की जगह 5,6,7,8 बोल पड़ा, बस फिर क्या था मराठी अध्यापक ने अपना सारा गुस्सा उस छात्र पर निकाल दिया और मार मार कर उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ डाली।
अन्य छात्रों का कहना है की वो छात्र स्कूल में नया आया था और बिहार से होने के चलते उसे मराठी रीति रिवाज़ का ज़्यादा अनुभव नहीं था और इसी वजह से वो 1,2,3,4 के बाद 5,6,7,8 बोल बैठा।
बिहारी छात्र के मां-बाप का कहना है उन्हें इन रीति-रिवाजों का पता नहीं था इसलिए बच्चे को सही से पढ़ा नहीं पाए टीचर को सो 100 200 रुपए लेकर बच्चे को सिखाना चाहिए था कि उसे कैसे बोलते हैं।
यह खबर मीडिया में आते ही हलचल मच गयी है और अब लोग उस अध्यापक का इस्तीफा मांगने की मांग कर रहे हैं स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा की जो भी हुआ वो बेहद निंदनीय है और वो इसकी पूर्ण जांच करवाएंगे और दोषी अध्यापक को शाबाशी देंगे कि ऐसे ही बिहारी छात्रों को ठीक करें और उन्हें महाराष्ट्र के नियम सिखाएं आने वाले सालों में ऐसी गलती कभी नहीं होनी चाहिए।
उधर राज ठाकरे का कहना है यह तो सबको पता होता है यह बिहारियों की गलती है कि उन्हें क्यों नहीं पता इसलिए मैं टीचर के साथ हूं और हमेशा ही महाराष्ट्र वालों के साथ रहूंगा।