WhatsApp पर अफवाह फैलाने वाले तीन युवक गिरफ्तार, बाद में गिरफ्तारी की खबर निकली अफवाह

भोपाल. पक्की सूचना के आधार पर सिटी पुलिस ने शहर के एक सुनसान घर में छापा मारा और तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। नील, अनिल, और सुनील, इन तीन लड़कों पर आरोप है कि ये लोग दिन भर WhatsApp पर अफवाह फैलाने का धंधा किया करते थे, अफवाह फैलाना ही इनका ‘मनरेगा’ था। तीनों आरोपी देखने में अच्छे-खासे घर के लग रहे हैं, साथ ही पुलिस ने इनका मोबाइल भी जब्त कर लिया है।

छानबीन में पता चला है कि इस गैंग ने “सत्येन्द्र जैन को मिली जमानत!”-ऐसा लिखकर अपने WhatsApp ग्रुप में शेयर कर दिया था, जो देखते-देखते लाखों लोगों तक पहुँच गया, इस अफवाह को सदी का सबसे बड़ा अफवाह माना जा रहा है! पुलिस को शक है कि इन तीनों के सीने में दिल ही नहीं है, वरना ये ऐसी भयानाक अफवाह कभी ना फैलाते।

गिरफ्तारी की खबर सुनते ही सभी मीडिया वाले, इस बारे में और जानकारी लेने के लिए थाना पहुँचने लगे। लेकिन वहां इस कहानी में एक जबरदस्त मोड़ आ गया, थाना इंचार्ज दिलबाग सिंह ने इस घटना से साफ़ इनकार करते हुए बताया कि, “ना हमने कहीं पर रेड मारी है, और ना ही हमने किसी बंदे को गिरफ्तार किया है। ये बिल्कुल झूठी खबर है! मुझे तो लगता है अफवाह फैलाने वालों ने ये अफवाह फैला दी थी कि अफवाह फैलाने वाले गिरफ्तार किए गए हैं!”

“अगर आपने गिरफ्तार नहीं किया है, तो ये खबर आई कैसे?” एक रिपोर्टर ने प्रश्न किया। “मैं क्या जानूं ये झूठी खबर किसने फैलाई है, ये लोग तो हमेशा हमसे दो कदम आगे आगे रहते हैं! कुछ भी लिखकर व्हाट्सएप पर ही फॉरवर्ड कर दिया होगा! आप लोगों ने सच मान लिया!”-सिंह साब ने लाचारी से जवाब दिया।

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