बड़ी खबर आ रही है इंदौर से, जहां एक घर में 7-सीटर सोफे, 5-सीटर निकला और घरवाले जिसे सोफा समझ रहे थे, वो असल में दिनभर सोफे पर पड़े रहने वाला उनका बेरोज़गार बेटा निकला।
दरअसल, बेटा बीटेक करने के बाद नौकरी न लगने पर हॉस्टल से घर आ गया था और दिनभर सोफे पर ही पड़े रहने के कारण वो सोफे में इस कदर सेट हो गया था कि घरवाले उसे भी सोफा ही समझने लगे थे। कई बार घरवाले घर आए मेहमानों को भी उस पर बिठा देते, लेकिन हॉस्टल में अमानवीय स्थितियों में भी सोते रहने का आदी हो चुके बेटे को पता भी नहीं चलता था।
ऐसे में एक दिन सोफे की सफाई के लिए जब उन्होंने उस पर डंडे मारे, तो सोफे से चीखें निकलने लगीं, जिसे सुनकर पहले तो वो डर गए। लेकिन जब बेटा कराहते हुए खड़ा हुआ, तो उन्हें एहसास हुआ कि जिसे वो सोफा समझ रहे थे, वो तो असल में उनका बेटा है।
फॉक्सी से बात करते हुए घरवालों ने कहा, “काश ये सोफा ही होता तो इसकी कुछ तो कीमत होती। इस निकम्मे की तो कोई फूटी कौड़ी भी नहीं देगा”।
फिलहाल, घरवाले 7 सीटर सोफा खरीदने के लिए 5 सीटर सोफा और युवक दोनों को OLX पर डाल डाल रहें है।