ये घटना दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके के एक मारवाड़ी परिवार की है जो आये दिन आने वाले मेहमानों से काफी परेशान थे।
बिन बुलाए मेहमानों की वजह से उनका चाय नाश्ता में काफी पैसा खर्च हो रहा था और उनकी औलादें बाहर होने की वजह से रिटर्न में मेहमानों से कोई फंड नही मिल रहा था जो एक मारवाड़ी के लिए काफी नागवार बात थी।
इस समस्या के हल के लिए उन्होंने “अतिथि तुम कब जाओगे” मूवी भी दर्जन बार देखी पर कोई हल न निकला।
एक दिन उन्होंने गोलगप्पे वाले को नल का पानी अपने बर्तन में भरते देखा तो उससे इसका कारण पूंछा, गोलगप्पे वाले ने बताया दिल्ली का पानी इतना प्रदूषित है कि और कुछ मिलाने की जरूरत ही नही।
ये जानकर मारवाड़ी दम्पत्ती के दिमाग की बत्ती जल गई और उन्होंने मेहमानों को कोल्ड ड्रिंक की जगह नलके का पानी सर्व करना चालू किया।
मेहमान भी उसे इम्पोर्टेड कोल्ड ड्रिंक समझ के मजे से पी जाते थे। ये कुछ दिनों तक चला कि अचानक मेहमानों की तबियत खराब होने लगी और डॉक्टरों ने जाँच में पाया कि बीमारी की वजह दिल्ली जल बोर्ड का प्रदूषित पानी है।
इस तरह से मारवाड़ी परिवार की साजिश का भांडा फुट गया और मेहमानों ने भी एनसीपी और शिवसेना के विधायकों जैसे कसम खाई कि स्टेशन पर रात गुजार लेंगे पर इनके घर की तरफ भी नही झाकेंगे।