देश मे चुनाव अपने आखिरी पड़ाव पर है और साथ ही साथ नेताओं और समर्थकों में रोज़ हो रही गरमा गरमी आम बात हो चुकी है। और यह चलती रहेगी नतीजों तक मगर आजकल पत्रकार भी इसमें कूद पड़े हैं।
जी हां पत्रकार प्रदीप भंडारी और अभिसार शर्मा आज ट्विटर पर वाद विवाद करते भीड़ गए। आप सोच रहे हैं कि अभिसार को पत्रकार क्यों कहा हमने? तो बता दे फौक्सि एक ज़िम्मेदार साइट है और दलाल भड़वा जैसे शब्द इस्तेमाल नहीं करती। बाकी पाठक खुद समझदार हैं।
बात दरअसल यह थी अभिसार जैसे लोग अपनी पक्षपाती पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं। जिसकी कई मिसाले हैं, कभी ट्रैन की हेडलाइट डिज़ाइन की रिपोर्ट, कभी धान की फसल इत्यादि।
लेकिन इल्ज़ाम वो दूसरो पर लगाते हैं पक्षपात का, बस फिर क्या था प्रदीप ने अभिसार को तथ्यों के साथ वो धोया जैसे सचिन और सहवाग ने 2003 विश्व कप में पाकिस्तान को धोया था।
इस धुलाई के बाद फटे कच्छे जैसी शक्ल लिए शर्मा फिर भी कुतर्क करते रहे मगर सूत्रों की माने तो वो ठीक से चल नहीं पा रहे हैं और दर्द में हैं। खैर यही होता है जब आप सच्चे इंसान से कुतर्क करते हो जूठ का मुह काला ही होता है।